हस्त रेखा विज्ञान

भविष्य को जानने के लिए समस्त विद्याओं में में हस्त रेखा विज्ञान अति सरल एवं स्वाभाविक है। इसको समझना व्यक्ति के लिए बहुत ही आसान है। चाहे पढ़ा लिखा हो या अनपढ़ कोई भी व्यक्ति अपने या किसी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। वैसे तो आज बहुत सारे हस्त रेखा विशेसज्ञ दिखाई पड़ते हैं। परन्तु उनमे भ्रम फ़ैलाने के अलावां और कोई विशेषज्ञता नही पाई जाती क्योंकि जबतक हाथ के गूढ़ रहस्यों को नहीं समझा जायेगा तबतक पूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकती हम इस राष्ट्र कुण्डलिनी समाचार के माध्यम से आप को हस्त रेखा विज्ञान के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिससे आप अपना और किसी और का भी भाग्य भविष्य बतलाकर आने वाले भविष्य से सावधान कर सकते हैं। हम क्रमशः आने वाले लेखों के इसका पूरा विवरण देंगे। आप सभी लेखों को पढ़ते रहिये यह इतना बड़ा विज्ञान है कि इसके बारे में एक लेख में बताना संभव नहीं है। इसलिए आप हमारे राष्ट्र कुण्डलिनी समाचार के ट्विटर हैंडल को फॉलो कर ले जिससे लेख आने पर आपको जानकारी मिल जाएगी

जिस प्रकार एक गाड़ी अपने छोटे से छोटे कल पुर्जे के साथ मिलकर ही बनती है उसी प्रकार हाथ भी है हाथ की छोटी से छोटी लाइनों के साथ पूरे हाथ की बनावट का भी ध्यान रखा जाता है। हाथ देखने से पहले यह देखना अति आवश्यक है कि

हस्त रेखा विज्ञान : हाथ में पहले क्या और कैसे देखना चाहिए

1. हाथ देखने से पहले उस हाथ को स्पर्श न करें।

2. पहले दोनों हाथों को उल्टा करके उसका अध्यन करें इससे उसके हाथ का प्रकार मालूम हो जायेगा अंगुलियों के प्रकार तथा नाखूनों के प्रकार भी।

3. पुनः हाथ सीधा करवाकर पूरे हाथ अर्थात बंध अर्थात कलाई से ऊपर अंगुलियों तक देंखे।

4 . अब हथेली में पर्बतों से जुडी अंगुलियां तथा उनका उभार, हाथ का रंग, हाथ कठोर है या लचीला यह देखना चाहिए। कठोर या लचीला देखते समय उम्र का भी ध्यान रखना चाहिए उठती उम्र में हाथ लचीला तथा प्रौढ़ उम्र में हाथ कठोर हो जाते हैं।

5 . इसके बाद मणिबंध रेखाएं पर्वतों का उभार पर्वतों की रेखाएं उसकी संचियाँ देखना चाहिए।

6 . अब आप प्रमुख रेखाएं गौड़ रेखाओं सहित अँगुलियों के सिरे पर शंख चक्र आदि का अध्यनन करें।

हाथों में क्या क्या देखना है

1 . हाथों का प्रकार

2 . अंगुलियां और अंगूठा

3 . पर्वत

4. प्रमुख रेखाएं

5. गौड़ रेखाएं

6. हस्त चिन्ह

7. हस्त रेखाओं के योग

8. हस्त रेखा द्वारा समय निर्धारण

9. कुछ विशिष्ट हाथ

अब आप समझ गए होंगे कि हाथ देखने से पहले ही हमें क्या क्या जानकारियां रखनी होती हैं। जो लोग आधा अधूरा ज्ञान रखते हैं वे स्वयं द्विग्भर्मित होते हैं तथा दूसरों को भी भर्मित करते हैं। हस्त रेखा विज्ञान के द्वारा मनुष्य के जीवन की हर धड़कन के बारे में जानकारी हो जाती है। यंहा तक कि तत्काल की मानसिकता तथा भविष्य के होनहार। जो लोग भारत की इस महान विद्या को विज्ञान के इस अंधकार में झूंठा या गुमराह करने वाली बताते हैं। उनके लिए हमारी चुनौती है कि वे इस विद्या को गहराई से समझें अपने हाथ को देखकर अपने जीवन को पढ़े आप पाएंगे कि अपने आप को केवल आप ही जानते बल्कि आपके हाथ को देखने वाला हर व्यक्ति आपके बारे में गहराई से जनता है। और तब आप अपने आप भविष्य के बारे में जागरूक होकर अपने अमूल्य समय को पकड़ पाएंगे। यंहा अलभ्य कुछ नहीं सबकुछ मानव के पकड़ में है। इसलिए कहते है कि आपका भाग्य आप की मुठ्ठी में है। शेष अगले लेख में। —-